| 1. | रात एक सपना कनेर की लचीली टहनी सा मेरी पीठ पर दस्तक देता रहा।
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| 2. | से जुडने पर जैसे कि नारी एक लचीली टहनी में बदल जाती है,
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| 3. | घर पहुंचे तो ऐसा लगे कि जीवन की हरी, लचीली टहनी को जिन्दगी के पेड़ से कोई कुल्हाड़ी मारकर काट रहा है।
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| 4. | अमरूद की एक लचीली टहनी को मोड़कर नीचे अटका दिया था, इस तरह कि झटका लगते ही फट से निकलकर ऊपर हो जाए।
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| 5. | घर पहुंचे तो ऐसा लगे कि जीवन की हरी, लचीली टहनी को जिन्दगी के पेड़ से कोई कुल्हाड़ी मारकर काट रहा है।
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| 6. | अमरूद की एक लचीली टहनी को मोड़कर नीचे अटका दिया था, इस तरह कि झटका लगते ही फट से निकलकर ऊपर हो जाए।
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| 7. | किसी से जुडने पर जैसे कि नारी एक लचीली टहनी में बदल जाती है, वैसी ही खुशी से उसका पोर पोर लहक रहा था।
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